All Golpo Are Fake And Dream Of Writer, Do Not Try It In Your Life

मेरी बीवी की चुदास-2


प्रेषक: अमरजीत


मेरी बीवी की चुदास-1 

दोस्तों अभी तक अपने पढ़ा ” विनय दोनों भीगने लगे ! विनय ने जिस तरह से श्रेया को उठाया था उससे श्रेया का पेटीकोट थोडा सा ऊपर को हो गया था ! जिस से उसकी टांगों का पिछला हिस्सा नंगा हो गया था ! मतलब उसके टांगों का पिछला हिस्सा घुटनों तक दिख रहा था !!! प्रवीन से रहा नहीं गया और उसने थोडा सा रंग लेकर उसकी टांगों में मसलना शुरू कर दिया……. अब उसके आगे …. जब विनय भी अच्छी तरह गीला हो गया तब उसने मेरी बीवी को नीचे उतारा श्रेया का एक एक अंग साफ़ दिख रहा था ! वो तीनो भी गीले हो चुके थे और तीनो के लंड उनकी पेंट में तम्बू बना रहे थे ! प्रवीन अब कुछ ज्यादा ही वहशी हो चूका था क्योकि उसने अपने हाथ में रंग लेकर श्रेया के ब्लाउस के ऊपर लगा दिया ! श्रेया ने उसे मन किया पर अब वो कहा मानने वाला था उसने फिर से उसके एक साइड के चुचे पर रंग लगा दिया ! अब श्रेया को गुस्सा आ गया उसने मन किया की वो अब होली नहीं खेलेगी पर प्रवीन नही माना वो फिर भी उसके चुचों में रंग लगाता रहा !!! श्रेया बाहर जाने को हुई तो विमल ने उसको पीछे से दोनों हाथों से पकड़ लिया श्रेया के दोनों हाथ अब पीछे की तरफ थे और उसके चुचे सामने की तरफ को तने हुए प्रवीन और विनय बिलकुल उसके सामने खड़े हो गए उनका इरादा कुछ नेक नहीं था ! विनय ने श्रेया के ब्लाउस में हाथ डाल दिया और उसके चूचो में रंग लगाने लगा श्रेया चिल्लाई !!!! पर उन्हें कोई फरक नहीं पड़ा ! विनय उसके दोनों चूचो को भिचने लगा उधर विमल भी श्रेया के पीछे उसकी गांड से सट कर खड़ा हो गया और उसकी गांड पे अपने लंड से घिस्से लगाने लगा ! प्रवीन ने भी मौके का फायदा उठाया और उसने श्रेया का पेटीकोट उसकी जांघों तक उठा दिया ! कसम से तीनो ने इस तरह से श्रेया को घेरा था की वो चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी !! प्रवीन उसकी जांघों पर रंग रगड़ने लगा ! श्रेया उन तीनो के बीच में तड़पने लगी और बुरी तरह अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करने लगी ! पर जितना वो हिलती उतना ही तीनो को मज़ा आता ! प्रवीन अब श्रेया की टांगों को रंग लगा कर उठ चूका था और अब उसने विनय का काम संभल लिया !!! मतलब अब वो श्रेया के चुचिओं पर पिल पड़ा ! प्रवीन ने श्रेया के ब्लाउस के हुक खोलने शुरू किये ! श्रेया अब जोर जोर से चिल्लाने लगी ये देख विनय ने उसका मुह बंद कर दिया ! प्रवीन ने कुछ देर में उसके हुक पुरे खोल दिए पर ब्लाउस को उतारा नहीं !! पर उसके मुम्मो को दबाता जरुर रहा, पीछे विमल अपना लंड लगातार उसकी गांड से रगड़े जा रहा था ! विमल ने अब श्रेया के हाथ छोड़े और उसके दोनों चुचे पीछे से पकड़ लिए और जोर जोर से उन्हें मसलने लगा विनय श्रेया का मुह बंद करके खड़ा था पर दुसरे हाथ से वो उसकी गांड को भी दबा रहा था !!! दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | प्रवीन ने तभी श्रेया के पेटीकोट के नाड़े को खोलने की कोशिश की पर वो शायद अटक गया था इसलिए उस से वो खुला नहीं ! प्रवीन घुटनों के बल नीचे बैठ गया और वही से नाड़े को खोलने लगा पर नाड़ा फंस चूका था ! झल्ला कर प्रवीन ने श्रेया का पेटीकोट ऊपर उठा दिया और श्रेया की चूत पर अपना हाथ रख दिया और उसे भी रगड़ने लगा !!! अब तो ये तय था की अब वो मेरी बीवी का कांड करने ही वाले है ! विमल ने पीछे अपना लंड निकल लिया था और श्रेया की गांड की दरार पर धक्के पर धक्का लगाये जा रहा था ! विनय भी श्रेया का मुह छोड़ कर उसके चूचो में मस्त था और प्रवीन नीचे बैठा हुआ श्रेया की चूत में उंगली डाले जा रहा था !! मैंने श्रेया को देखा तो चूत में उंगली डालने पर उसकी आँखें बंद हो चुकी थी और वो भी प्रवीन के बाल पकड़ कर उसे अपनी चूत की तरफ खिंच रही थी ! थोड़ी देर में प्रवीन ने अपना मुह श्रेया की चूत की तरफ किया और उसकी दोनों टांगों को चौड़ा किया और अपनी जीभ उसकी चूत पर लगा दी !!! एकदम से श्रेया के मुह से आह निकली ! और उसने कस कर प्रवीन के बाल भीच लिए !!१ इस से श्रेया का पेटीकोट नीचे प्रवीन के सर के ऊपर आ गया अब श्रेया की चूत चाटते हुए वो दिख नहीं रहा था पर श्रेया का चेहरा देख कर साफ़ था की नीचे प्रवीन की जीभ श्रेया की चूत चोद रही है !!! बहुत गरम द्रश्य था ! विनय ने श्रेया की ब्रा को ऊपर किया और उसके निप्पलों को चूसने लगा एक दम कड़क निप्पल हो चुके थे ! विमल पीछे अपना लंड निकाल कर श्रेया की गांड पर रगड़ रहा था ! काफी देर से रगड़ने की वज़ह से शायद वो झडने वाला था ! हा सच में उसने पीछे श्रेया की गांड के ऊपर अपना सारा माल निकाल दिया था और अपने लंड को ख़ाली करने के लिए वो उसे आगे पीछे किये जा रहा था ! विनय ने अपना लंड अपनी पेंट से नक़ल कर श्रेया के हाथ में दे दिए श्रेया उसके तने हुए लंड की मुठ मरने लगी ! और विनय उसके चूचो को चूसता रहा !! विनय का जल्द ही लंड झड गया और उसने भी अपना सारा माल निकल दिया ! अब विमल और विनय बाहर आ अगये और वही सोफे पर बैठ गए ! तभी प्रवीन उठा और उसने झट से बाथरूम का दरवाजा बंद कर दिया और अन्दर से कुण्डी लगा दी ! कुछ देर बाद अन्दर से शोवर चलने की आवाज़ आने लगी !! वो दोनों बाहर हसने लगे ! दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | तभी बाहर घंटी बजी शायद कोई आ गया था ! बाथरूम के अन्दर प्रवीन ने भी बेल की आवाज़ सुन ली तो वो भी जल्दी से बाहर आ गया उस वक़्त उसकी पेंट नीचे उतरी हुई थी पर उसका अंडर वियर ऊपर ही था शायद वो बस अब कांड करने ही वाला था ! पर बेल की आवाज़ सुन कर बाहर आ गया था उसने अपनी पेंट ऊपर की और मुझे उठाया !! मैंने भी नशे में होने का नाटक किया और ऐसे उठा जैसे कुछ हुआ ही न हो ! मैंने देखा श्रेया अंदर बाथरूम का दरवाज़ा बंद कर चुकी थी ! उसकी साड़ी नीचे फर्श पर पड़ी थी ! प्रवीन भी सोफे पर उनके साथ बैठ गया और तीनो आपस में खुसर पुसर करने लगे ! मैंने दरवाजे पर देखा तो मेरे ऑफिस के दोस्त थे ! मैंने उन्हें अंदर बुलाया और उनके साथ भी होली खेली उन्होंने पूछा भाभी कहा है तो मैंने कहा शायद नहाने गयी है ! मैंने श्रेया को आवाज़ लगाई तो उसने अंदर से कहा की अभी वो नहा कर बाहर आ रही है ! कुछ देर हम यु ही बातें करते रहे ! थोड़ी देर में वो बाहर आयी तो उसने मेक्सी पहनी हुई थी ! उसकी साड़ी तो ये उतर ही चुके थे !!! हाँ उसके और कपडे तो उसके बदन पर ही थे और मेक्सी तो हमेशा ही बाथरूम में रहती है ! उसने बाहर आते ही सब हो होली मुबारक कहा और वही बैठ गयी ! उसका चेहरा देख कर लगा नहीं की उसके साथ कुछ भी हुआ है एकदम से रिलेक्स मुड में थी वो !! कुछ देर बातें करने और एक दो पेग पिने के बाद वो सब चले गए तो मैंने प्रवीन से कहा सोरी यार कुछ ज्यादा ही नशा हो गया था इसलिए थोडा सो गया था !!! उसने कोई बात नहीं भाई तुम सोये तो क्या हुआ भाभी ने तो हमारा पूरा साथ दिया होली खेलने में !! वो श्रेया की तरफ देख कर मुस्कुराया तो श्रेया भी थोडा सा हंस दी !! क्यों न हो उसे भी तो मज़ा आया होगा ! मैंने सोचा ये तो पक्का है के अंदर प्रवीन के कुछ करने से पहले ही बेल बज चुकी थी और प्रवीन कुछ नहीं कर पाया होगा ! पर अपने शक को पक्का करने के लिए मैंने सोचा की कुछ करना चाहिए तो मैंने अपने सेल फोन को वीडिओ रेकॉर्डिंग मोड पर डाल दिया और चुपचाप उसे वही तकिये के पास इस तरह से रख दिया के किसी को पता न चले ! अब मैंने बहाना बनाया की मेरा सर दर्द हो रहा है तो में अपने लिए एक लिम्का लेकर आ रहा हूँ मैंने अपने साथ विनय को ले लिया और हम दोनों वह से बाहर चले गए !!! बाहर आ कर में जान बुझ कर विनय से इधर उधर की बातें करता रहा ताकि थोडा देर हो और वो तीनो आपस में बातें करे ! काफी देर हो जाने के बाद हम वापस जाने लगे तो घर पहुच कर देखा तो दरवाज़ा बंद था ! मैंने खटखटाया तो कुछ देर बाद विमल ने दरवाज़ा खोला ! अंदर श्रेया बाथरूम में थी और विनय वही सोफे पर बैठा हुआ था !! में आते ही बेड पर बैठ गया और अपना फोन अपने पास रख लिया ! कुछ देर में श्रेया वापस आयी तो उसने फिर से साड़ी पहन ली थी ! तब तक हम सब की उतर चुकी थी ! तो हमने प्लान बनाया की एक दौर और हो फिर सब अपने अपने घर ! वैसे भी शाम के ४ बज चुके थे !

में बाथरूम की तरफ गया तो साथ में फोन भी डाल लिया ! अंदर जाकर मैंने रेकोर्डिंग को चेक किया तो मेरा शक पक्का हो गया की प्रवीन ज्यादा कुछ नहीं कर पाया था ! क्योकि रेकोर्डिंग में साफ़ साफ़ आवाजें आ रही थी ! !!!! फोन गलती से थोडा हिल गया था नहीं तो आवाज़ों के साथ साथ मुझे वह क्या हो रहा था वो भी दिख जाता अब मुझे वीडिओ में सिर्फ सोफे का एक हिस्सा ही दिख रहा था और उस पर बैठी हुई श्रेया की पीठ जैसे ही हम बाहर गए हमारे जाते ही विमल तुरंत उठा और उसने दरवाज़ा बंद कर दिया और श्रेया के पास आकर बैठ गया प्रवीन भी वही था पर दिख नहीं रहा था विमल की भी पीठ दिख रही थी ! विमल ने श्रेया से कहा “क्यों भाभी मज़ा आया या नहीं होली का ” दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

“मज़ा मुझे आया या तुम लोगों को आया ”

“क्यों क्या कमी थी मज़े में हर तरफ के तो मज़े दिए हमने तुम्हे ”

“पहली बात मुझे मज़े तो आये नहीं और दूसरी बात आगे से सोचना भी मत इस बारे में ” ” वो तो होली थी इसलिए में कुछ नहीं बोली ”

“भाभी पर एक बार तो और खेलना है आपके साथ आज की कसर तो पूरी करनी ही है ” प्रवीन बीच में बोला

” तो क्या प्रवीन भाई अंदर बाथरूम में कुछ नहीं किया क्या तुमने ” विमल ने प्रवीन से पूछा !

“नहीं यार बड़ी देर तक तो भाभी की चूत ही चूसता रहा और जब लोडा अंदर डालने के लिए चूत पर लगाया ही था तभी साले ये दोस्त आ गए ”

” ओह हो ये तो साला खड़े लंड को धोखा हो गया ”

थोड़ी देर में आवाज़ों से लगा प्रवीन श्रेया के चुचे दबा रहा है

” अब नहीं देखो अब ये गलत है छोड़ो मुझे प्लीज़ ” श्रेया की आवाज़ में कम्पन सा था

“थोडा सा दबाने दो न भाभी क्या मस्त है तुम्हारे ये दोनों कबूतर ” विमल भी बोला

“तमीज से बात करो” श्रेया बोली

” चलो तुम्हारे ये दोनों स्तन ” प्रवीन ने कहा !

तीनो हसने लगे | दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

“नहीं अभी नहीं प्लीज़ अभी मत उतारों न वो आ जाएँगे ” श्रेया ने चिल्लाते हुए कहा

शायद वो उसकी साड़ी उतर रहा था !

“भाभी बस एक बार अंदर डालने दो ये देखो कैसे तड़प रहा है” प्रवीन बोला

अब शायद उसने अपना लोड़ा बाहर निकल लिया था

“इसे अंदर करो और सीधे होकर बैठो और तुम मेरी साड़ी को छोड़ो विमल ” श्रेया ने उन दोनों को आदेश दिया

पर शायद वो माने नहीं और उसकी साड़ी को ऊपर कर ही दिया था !

“आहा भाभी देखो तो क्या शानदार है तुम्हारी पिच बिलकुल एक भी घांस नहीं है एकदम चिकनी बल्लेबाज़ी करने में बड़ा मज़ा आएगा ” प्रवीन ने कहा !

अब शायद वो श्रेया की साड़ी उठा कर उसकी चूत देख रहा था

“चलो हटो प्लीज़ नहीं तो में शोर मचा दूंगी”

“बस एक बार अंदर डाल कर बाहर निकाल लूँगा ” प्रवीन तड़प कर बोला !

“नहीं बोला तो नहीं अब हटो ! तुम ये क्या कर रहे हो विमल प्लीज़ ऐसा मत करो आहा बहुत दुखता है तुमने बाथरूम में भी बहुत जोर से दबाये थे अभी तक दर्द हो रहा है ” श्रेया की आवाज़ में फिर से कम्पन था !

विमल उसके मुम्मे दबा रहा था !!!

“पहले कहना था न भाभी आराम से दबाये देता हूँ ये लो”

“नहीं प्रवीन नहीं प्लीज़ नहीं ये मत करो प्लीज़ ” श्रेया की आवाज़ में अब मदहोशी सी थी

“बस एक बार अंदर डालूँगा और निकल लूँगा भाभी ” प्रवीन भी मदहोश था

“अहह हहा नहीं कितना बड़ा है !!! अहह अह्ह्ह नहीई ईई मर गयी आःह्ह प्लीज़ प्रवीन

मैंने सोचा ये तो पक्का है के अंदर प्रवीन के कुछ करने से पहले ही बेल बज चुकी थी और प्रवीन कुछ नहीं कर पाया होगा ! पर अपने शक को पक्का करने के लिए मैंने सोचा की कुछ करना चाहिए तो मैंने अपने सेल फोन को वीडिओ रेकॉर्डिंग मोड पर डाल दिया और चुपचाप उसे वही तकिये के पास इस तरह से रख दिया के किसी को पता न चले ! अब मैंने बहाना बनाया की मेरा सर दर्द हो रहा है तो में अपने लिए एक लिम्का लेकर आ रहा हूँ मैंने अपने साथ विनय को ले लिया और हम दोनों वह से बाहर चले गए !!!  दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | बाहर आ कर में जान बुझ कर विनय से इधर उधर की बातें करता रहा ताकि थोडा देर हो और वो तीनो आपस में बातें करे ! काफी देर हो जाने के बाद हम वापस जाने लगे तो घर पहुच कर देखा तो दरवाज़ा बंद था ! मैंने खटखटाया तो कुछ देर बाद विमल ने दरवाज़ा खोला ! अंदर श्रेया बाथरूम में थी और विनय वही सोफे पर बैठा हुआ था !! में आते ही बेड पर बैठ गया और अपना फोन अपने पास रख लिया ! कुछ देर में श्रेया वापस आयी तो उसने फिर से साड़ी पहन ली थी ! तब तक हम सब की उतर चुकी थी ! तो हमने प्लान बनाया की एक दौर और हो फिर सब अपने अपने घर ! वैसे भी शाम के ४ बज चुके थे !

में बाथरूम की तरफ गया तो साथ में फोन भी डाल लिया ! अंदर जाकर मैंने रेकोर्डिंग को चेक किया तो मेरा शक पक्का हो गया की प्रवीन ज्यादा कुछ नहीं कर पाया था ! क्योकि रेकोर्डिंग में साफ़ साफ़ आवाजें आ रही थी ! !!!! फोन गलती से थोडा हिल गया था नहीं तो आवाज़ों के साथ साथ मुझे वह क्या हो रहा था वो भी दिख जाता अब मुझे वीडिओ में सिर्फ सोफे का एक हिस्सा ही दिख रहा था और उस पर बैठी हुई श्रेया की पीठ जैसे ही हम बाहर गए हमारे जाते ही विमल तुरंत उठा और उसने दरवाज़ा बंद कर दिया और श्रेया के पास आकर बैठ गया प्रवीन भी वही था पर दिख नहीं रहा था विमल की भी पीठ दिख रही थी ! विमल ने श्रेया से कहा “क्यों भाभी मज़ा आया या नहीं होली का ”

“मज़ा मुझे आया या तुम लोगों को आया ”

“क्यों क्या कमी थी मज़े में हर तरफ के तो मज़े दिए हमने तुम्हे ”

“पहली बात मुझे मज़े तो आये नहीं और दूसरी बात आगे से सोचना भी मत इस बारे में ” ” वो तो होली थी इसलिए में कुछ नहीं बोली ”

“भाभी पर एक बार तो और खेलना है आपके साथ आज की कसर तो पूरी करनी ही है ” प्रवीन बीच में बोला

” तो क्या प्रवीन भाई अंदर बाथरूम में कुछ नहीं किया क्या तुमने ” विमल ने प्रवीन से पूछा !

“नहीं यार बड़ी देर तक तो भाभी की चूत ही चूसता रहा और जब लोडा अंदर डालने के लिए चूत पर लगाया ही था तभी साले ये दोस्त आ गए ”

” ओह हो ये तो साला खड़े लंड को धोखा हो गया ”

थोड़ी देर में आवाज़ों से लगा प्रवीन श्रेया के चुचे दबा रहा है

” अब नहीं देखो अब ये गलत है छोड़ो मुझे प्लीज़ ” श्रेया की आवाज़ में कम्पन सा था

“थोडा सा दबाने दो न भाभी क्या मस्त है तुम्हारे ये दोनों कबूतर ” विमल भी बोला

“तमीज से बात करो” श्रेया बोली

” चलो तुम्हारे ये दोनों स्तन ” प्रवीन ने कहा !

तीनो हसने लगे

“नहीं अभी नहीं प्लीज़ अभी मत उतारों न वो आ जाएँगे ” श्रेया ने चिल्लाते हुए कहा

शायद वो उसकी साड़ी उतर रहा था !

“भाभी बस एक बार अंदर डालने दो ये देखो कैसे तड़प रहा है” प्रवीन बोला

अब शायद उसने अपना लोड़ा बाहर निकल लिया था

“इसे अंदर करो और सीधे होकर बैठो और तुम मेरी साड़ी को छोड़ो विमल ” श्रेया ने उन दोनों को आदेश दिया

पर शायद वो माने नहीं और उसकी साड़ी को ऊपर कर ही दिया था !

“आहा भाभी देखो तो क्या शानदार है तुम्हारी पिच बिलकुल एक भी घांस नहीं है एकदम चिकनी बल्लेबाज़ी करने में बड़ा मज़ा आएगा ” प्रवीन ने कहा !

अब शायद वो श्रेया की साड़ी उठा कर उसकी चूत देख रहा था

“चलो हटो प्लीज़ नहीं तो में शोर मचा दूंगी”

“बस एक बार अंदर डाल कर बाहर निकाल लूँगा ” प्रवीन तड़प कर बोला !

“नहीं बोला तो नहीं अब हटो ! तुम ये क्या कर रहे हो विमल प्लीज़ ऐसा मत करो आहा बहुत दुखता है तुमने बाथरूम में भी बहुत जोर से दबाये थे अभी तक दर्द हो रहा है ” श्रेया की आवाज़ में फिर से कम्पन था !

विमल उसके मुम्मे दबा रहा था !!!

“पहले कहना था न भाभी आराम से दबाये देता हूँ ये लो”

“नहीं प्रवीन नहीं प्लीज़ नहीं ये मत करो प्लीज़ ” श्रेया की आवाज़ में अब मदहोशी सी थी

“बस एक बार अंदर डालूँगा और निकल लूँगा भाभी ” प्रवीन भी मदहोश था

“अहह हहा नहीं कितना बड़ा है !!! दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | अहह अह्ह्ह नहीई ईई मर गयी आःह्ह प्लीज़ प्रवीन

तभी हमने बेल बजा दी वो तुरंत उठे और श्रेया सीधा बाथरूम की तरफ !! श्रेया की थोड़ी सी झलक फोन पर आ गयी थी उसने अपना पल्लू थमा हुआ था और उसकी साड़ी घुटनों से ऊपर थी बस उसके बाद वो अंदर बाथरूम में चली गयी

“फिर से खड़े लंड को धोखा हो गया भाई ” विमल बोला

“यार पर चलो अब अंदर तो डाला पहले तो चूत के मुह पर से ही वापस आ गया था ” प्रवीन तड़प कर बोला

“बड़ी कसी हुई चूत है यार” प्रवीन ने कहा

विमल ने दरवाज़ा खोला और हम अंदर आ गए !!! तभी हमने बेल बजा दी वो तुरंत उठे और श्रेया सीधा बाथरूम की तरफ !! श्रेया की थोड़ी सी झलक फोन पर आ गयी थी उसने अपना पल्लू थमा हुआ था और उसकी साड़ी घुटनों से ऊपर थी बस उसके बाद वो अंदर बाथरूम में चली गयी

“फिर से खड़े लंड को धोखा हो गया भाई ” विमल बोला

“यार पर चलो अब अंदर तो डाला पहले तो चूत के मुह पर से ही वापस आ गया था ” प्रवीन तड़प कर बोला

“बड़ी कसी हुई चूत है यार” प्रवीन ने कहा

विमल ने दरवाज़ा खोला और हम अंदर आ गए !!!

हम वही बैठ कर बातें करने लगे तो श्रेया भी नहाने चली गयी ! और जाते जाते बोली की प्लीज़ आप लोग बहार चले जाए मुझे अपने कपडे बदलने है ! हमारा एक कमरे था जिस की वज़ह से हमें बाहर जाना पड़ा ! श्रेया ने अन्दर से कमरा बंद कर लिया और नहाने चली गयी ! अब हम तीनो बाहर थे प्रवीन ने विनय और विमल को पैसे देकर बाज़ार दारू और खाने का सामान लेन भेज दिया ! और हम दोनों बहार बातें करने लगे ! होली की वज़ह से दारू के ठेके पर शाम को बहुत भीड़ होती है इसलिए मुझे पता था की वो देर में आएँगे !

थोड़ी देर बाद श्रेया ने हमें अन्दर बुला लिया !

अहह श्रेया ने कपडे बदल लिए थे उसने एक ढीला सा पायजामा और उसके ऊपर एक कसी हुए टी शर्ट पहन ली थी जिसमे उसके तने हुए स्तन उभर रहे थे ! दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

“चलो श्रेया अब कुछ खाने की तेयारी करों अब हम अपना दूसरा दौर शुरू करने वाले है ” मैंने कहा

“नहीं यार भाभी को क्यों कष्ट देता है देख न दिन भर हमारे साथ होली खेल कर वो कितना थक गयी है

“तू चिंता न कर मैंने बाहर से खाना मंगवा लिया है ” अब भाभी को आराम करने दे ! प्रवीन बोला

” हा अब में कुछ नहीं करुँगी में तो बस टी वी देखूंगी तुम्हे जो करना है वो करो”

श्रेया ऐसा कह कर वही लेट गयी में प्रवीन को देख रहा था और प्रवीन श्रेया को और प्रवीन की पेंट का हिस्सा फिर से तम्बू बन चूका था ! दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

सही भी है पहली बार प्रवीन का लंड श्रेया की चूत के दरवाज़े तक छु कर वापस आ गया और दूसरी बार श्रेया की चूत में एक दो झटके मार कर निकल गया था ! कितनी तड़प होगी इन दोनों में इस वक्त

मैंने सोच क्यों न इस तड़प को और बढाया जाए !


कहानी जारी रहेगी …..


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मेरी बीवी की चुदास-2

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