तो वो कमरे मे बैठ के रो रही थी तो मै पुछा की रुपा (उसका नाम रुपा है जेसा नाम वेसा रूप ) आंटी क्या हुआ क्यू रो रही हो वो बोली कुछ नही बस तेरे अंकल की याद आ रही है इसलिए तू बता तू केसा है मै बोल ठीक हू कुछ मजा नही आ रहा है आज कल मै पूछा अंकल आपको प्यार नही करते क्या वो बोली ये तू क्या पुछ रहा है मै डरते हुए बोला बस ऐसेही पुछ रहा था वो बोली पुछ ले, मेने पूछा की अंकल तो काम के चक्कर मे महीनो बाहर रहते है तो आप बोर होती होंगी ना वो बोली नही तू है ना इसे बोलते हुए वो रोने लगी और मेरा हाथ पकड़ कि बोली आकाश तेरे अंकल मेरे को ज्यादा प्यार नही करतेे है मै एकदम से अचम्भित होगया और बोला की आप तो इतनी सुंदर हो की आपको तु आप ये कहानी आप निऊ हिंदी सेक्स स्टोरिज़ डॉट कॉम पर पड़ रहे है। मै भी
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